इस की और जाते नहीं जिंदगी मे लाते हैं यह ज़ीनत
बहते नहीं बहा ले जाते हैं यह ज़ीनत
संभलना चाहते पर संभलने देती नहीं है यह ज़ीनत
दूर जाना चाहते पर खींचती है यह ज़ीनत
बुलंदीयौ की तरफ जाना चाहते पर बहकाती है यह ज़ीनत
रोकना चाहते खुद को इससे पर खिचती है यह ज़ीनत
हमारे करीबियों से दूर ले जाती है यह ज़ीनत
संभल जाओ सपने दिखाती है ज़ीनत
सपने दिखाकर गिराती है यह ज़ीनत
नेक रास्तों पर जाने से बहकाती है यह ज़ीनत
हर लमहा देखने को तरसाती है यह ज़ीनत
मुकम्मल वक्त को खराब कर देती है यह ज़ीनत
हर रिश्तो में तकरार लाती है यह ज़ीनत
अर्श से फर्श तक और फलक से हलक तक ले जाती है यह ज़ीनत
जी आप तहजीब से बोलने वालों को तू तक लाती है यह ज़ीनत
लोगों को दिलों में लानी चाहिए यह ज़ीनत
सुंदरता का दूसरा नाम है यह ज़ीनत ।IKHTIYAR
BY : SAHRAJ_KHAN